कारवां [ ख्वाबों का ]
शुक्रवार, 29 जुलाई 2011
Intzaar
बुधवार, 6 जुलाई 2011
पतझड़ के मौसम में सावन..
पतझड़ के मौसम में सावन ..मेरी ये रचना समर्पित है उन लोगों को जो ४०+ हो चुके है...इस उम्र के बाद समाज उनसे प्यार करने का हक छीन लेता है..बस एक ही बात सुनाई देती है ...तोबा तोबा इस उम्र में प्यार ...
सोमवार, 4 जुलाई 2011
आंसू जुदाई के....
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